उत्तराखण्ड में “स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार” महाअभियान से अब तक 4.39 लाख से अधिक लोग हुए लाभान्वित
42,602 यूनिट रक्त पंजीकृत, 7,694 आयुष्मान कार्ड जारी, 46,523 गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच

देहरादून, 23 सितम्बर 2025। उत्तराखण्ड में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 17 सितम्बर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती (2 अक्टूबर) तक संचालित किया जा रहा “स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार” महाअभियान प्रदेशभर में व्यापक रूप ले चुका है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के नेतृत्व में यह पहल अब केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि महिला स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के लिए राज्यव्यापी आंदोलन बन गई है।
अब तक की प्रमुख उपलब्धियाँ (17–23 सितम्बर 2025)
- 9,112 स्वास्थ्य शिविर आयोजित, जिनमें 249 विशेषता शिविर शामिल।
- कुल लाभार्थी: 4,39,973 (1,72,551 पुरुष और 2,67,422 महिलाएँ)।
- हाइपरटेंशन जांच: 2,24,774 लोग।
- डायबिटीज जांच: 2,09,877 लोग।
- कैंसर स्क्रीनिंग: 2,06,615 लोग।
- गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच: 46,523।
- एनीमिया जांच: 75,544 (13,562 पुरुष व 61,982 महिलाएँ)।
- टीकाकरण: 66,194 बच्चे।
- गंभीर बीमारियों की जांच: 76,586 लोग।
- टीबी जांच: 4,116 (2,269 पुरुष व 1,847 महिलाएँ)।
- सिकल सेल डिज़ीज जांच: 43 लोग।
- परामर्श सेवाएँ: 2,30,902 लोग।
- आयुष्मान भारत–प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के कार्ड: 7,694 जारी।
- ई–रक्तकोश पंजीकरण: 42,602 यूनिट रक्त।
- विशेष सहयोगी शिविर: केंद्रीय संस्थानों और निजी संगठनों की मदद से 10 शिविर, 2,748 लाभार्थी।
अभियान की मुख्य गतिविधियाँ
- स्वास्थ्य और रक्तदान शिविर
- एनीमिया, टीबी और मातृ–शिशु स्वास्थ्य स्क्रीनिंग
- निक्षय मित्र पंजीकरण
- निःशुल्क दवा वितरण
- पोषण एवं स्वच्छता पर परामर्श
- महिलाओं व किशोरियों के लिए स्वास्थ्य और कौशल जागरूकता सत्र
- जनसंदेश एवं नेतृत्व आधारित अभियान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि:
“राज्य की माताओं और बहनों का स्वास्थ्य सुदृढ़ करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। स्वस्थ महिला ही सशक्त परिवार और सशक्त समाज की आधारशिला है। यह अभियान इसी दिशा में हमारा ठोस प्रयास है।”
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि इस महाअभियान के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाएँ हर गाँव और हर घर तक पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे प्रदेश की महिलाओं, बच्चों और आमजन को दीर्घकालिक लाभ मिल सके।