अब निजी स्कूलों में भी मिलेगा आयरन-फोलिक एसिड, अनीमिया मुक्ति अभियान को नई गति
राज्य सरकार ने दी स्वीकृति, नए शैक्षणिक सत्र से सभी निजी स्कूलों में कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों को मिलेगा आयरन-फोलिक एसिड

देहरादून, 13 फरवरी 2025। उत्तराखंड सरकार अनीमिया मुक्ति अभियान के तहत निजी विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों के पोषण स्तर को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल करने जा रही है। आगामी शैक्षणिक सत्र से प्रदेश के सभी निजी विद्यालयों में कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों को साप्ताहिक रूप से आयरन-फोलिक एसिड (IFA) की गोलियां वितरित की जाएंगी। इस योजना को स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।
सरकारी स्कूलों के बाद अब निजी स्कूलों में भी पोषण अभियान का विस्तार
वर्तमान में प्रदेश के सभी सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में साप्ताहिक आयरन-फोलिक एसिड (IFA) अनुपूरक दिया जा रहा है, लेकिन अब तक निजी स्कूलों के छात्र इससे वंचित थे। राज्य सरकार ने इस अंतर को पाटने के लिए हरिद्वार और उधमसिंह नगर जिलों में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया, जिसकी सफलता को देखते हुए आगामी सत्र से पूरे प्रदेश के निजी स्कूलों में इसे लागू करने का निर्णय लिया गया है।
इस पहल से राज्य के 17 लाख से अधिक बच्चों को लाभ मिलेगा और अनीमिया की व्यापकता दर को प्रभावी रूप से कम किया जा सकेगा।
कार्यक्रम की कार्ययोजना और क्रियान्वयन
स्वाति भदौरिया, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने बताया कि इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पूरी कार्ययोजना तैयार कर ली गई है।
- सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (CMO) और मुख्य शिक्षा अधिकारियों (CEO) को निर्देशित किया गया है कि वे गोलियों के वितरण, सेवन प्रशिक्षण और निगरानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
- सभी जिलों में इस योजना के सफल कार्यान्वयन के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
- जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिसमें संबंधित विभागों के अधिकारी और निजी विद्यालय संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
स्कूलों में IFA वितरण और निगरानी
- विद्यालय स्तर पर नोडल शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे, जो इस योजना को मानक परिचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार लागू करेंगे।
- छात्रों को संतुलित आहार और पोषण के प्रति जागरूक करने की भी जिम्मेदारी इन नोडल शिक्षकों की होगी।
- सभी MOIC (मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज) को निर्देश दिए गए हैं कि वे खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में समय पर गुलाबी और नीली IFA गोलियों की आपूर्ति सुनिश्चित करें।
- गुलाबी गोलियां कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को दी जाएंगी।
- नीली गोलियां कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों को उपलब्ध कराई जाएंगी।
- प्रत्येक सोमवार को साप्ताहिक IFA अनुपूरक गोलियां विद्यार्थियों को खिलाने का निर्देश दिया गया है, जिससे बच्चों में अनीमिया की समस्या को प्रभावी रूप से रोका जा सके।
राज्य सरकार का संकल्प – समग्र स्वास्थ्य सुधार
उत्तराखंड सरकार प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य सुधार हेतु लगातार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है।
‘अनीमिया मुक्त भारत’ अभियान के तहत यह निर्णय राज्य में बच्चों के समग्र स्वास्थ्य और पोषण स्तर में सुधार लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न केवल बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर होगा, बल्कि उनकी शैक्षणिक क्षमता में भी वृद्धि होगी।