दून में महिला, किशोरी और नवजात की हत्या का मामला सुलझा, प्रेमी ने गला घोंटकर की हत्या
प्रेमी ने शादी के दबाव में महिला और उसके दो बच्चों की गला घोंटकर की हत्या, पुलिस ने मामले को सुलझाकर आरोपी को किया गिरफ्तार
देहरादून: समाज में हमारे चारों ओर कई ऐसे चेहरे नजर आते हैं, जिनके भीतर राक्षस छिपे होते हैं। ऐसे ही एक हैवान की कहानी दून में सामने आई है। शिमला बाईपास रोड पर बड़ोवाला के पास सूखे नाले में मिले महिला, किशोरी और नवजात के शवों के पीछे भी ऐसी ही क्रूरता की दास्तां है। दून पुलिस ने इस मामले को सुलझाते हुए पुष्टि की कि ये आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या के मामले हैं। उत्तर प्रदेश की महिला के प्रेमी ने पहले उसे देहरादून बुलाया और फिर एक-एक कर तीनों का गला घोंट दिया।
हत्या की योजना:
महिला अचानक नहटौर से देहरादून पहुंची, जिससे घबराकर प्रेमी ने हत्या की योजना बनाई। उसने पहले महिला का गला दबाकर हत्या की और फिर दोनों बच्चियों की भी हत्या कर दी। शवों को सूखे नाले में कूड़े के ढेर में फेंक दिया।
पुलिस कार्रवाई:
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अलग-अलग टीमों का गठन किया। पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने इस मामले को सुलझाने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। जांच के दौरान पुलिस ने महिला और उसके बच्चों के कपड़े और अन्य सामग्री के साथ एक बैग बरामद किया।
आरोपी की गिरफ्तारी:
जांच में सामने आया कि आरोपी, हसीन पुत्र नसीम, बड़ोवाला में एक फर्नीचर फैक्ट्री में काम करता है। वह महिला के साथ अवैध संबंधों में था और शादी का दबाव बनाए जाने पर परेशान होकर हत्या की योजना बनाई। उसने महिला और उसके बच्चों की हत्या के बाद शवों को कूड़े के ढेर में छुपा दिया।
पुलिस टीम:
इस जघन्य अपराध को सुलझाने वाली पुलिस टीम में शामिल थे: निरीक्षक कमल कुमार लुन्ठी, व0उ0नि0 मनमोहन सिंह नेगी, निरीक्षक चन्द्रभान सिंह अधिकारी, उ0नि0 दीपक धारीवाल, उ0नि0 विजय प्रताप राही, उ0नि0 दीनदयाल सिंह, उ0नि0 धनीराम पुरोहित, हेड कांस्टेबल अनूप मिश्रा, मनोज कुमार, सुनीत कुमार, पंकज मलासी, हितेश कुमार, विनोद बचकोटी, सूर्यप्रकाश, आबिद अली, और रवि शंकर झा।